पानी पीने का वास्तविक तरीका और नियम
पानी पीने का वास्तविक तरीका और नियम
आज के वीडियो में हम बात करेंगे पानी कब और कैसे पिए अक्सर लोग पानी तो पीते हैं लेकिन बिल्कुल अलग तरीके से बगैर जानकारी के कि किस तरीके से पानी पीना चाहिए किस तरीके से वह आपकी सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद रहेगा या नुकसान दायक रहेगा ,आज हम आपको पानी पीने के और पानी से होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से बतायंगे ,
पानी पीने से शरीर के विषैले तत्व शरीर से बाहर निकल जाते हैं इसलिए हमको पानी लगभग 2 लीटर से 3 लीटर तक रोज पीना चाहिए ,इसमें यह ध्यान रखना चाहिए ज्यादा ठंडा पानी पीने से आंत सूख जाती है इसकी बजाय आपको सामान्य तापमान पर स्टोर किया हुआ पानी पीना चाहिए ,बेहतर है मटके का पानी पिए, एक और जरूरी बात अक्सर लोग ताजा पानी पीते हैं पानी एक दिन स्टोर किया हुआ ज्यादा फायदेमंद होता है वह भी तब जब आप पीतल या तांबे के बर्तन में पानी को 8 घंटे स्टोर करके रखें यदि स्टोर किया हुआ पानी पीते हैं तो आपको कभी भी किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होगा,
इसके अलावा एक सांस में पानी नहीं पीना चाहिए पानी हमेशा घूट घूट कर पीजिए ,खड़े होकर पानी पीने से शरीर के लिक्विड का बैलेंस बिगड़ने लगता है इसकी वजह से जोड़ों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता है ज्वाइंट पेन और गठिया रोग की मुख्य बजे खड़े होकर पानी पीना है खड़े होकर पानी पीने से किडनी से बगैर छाने बाहर निकलने लगता है जिससे कि विषैले पदार्थ नहीं निकल पाते ,इस बजे से इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है खड़े होकर पानी पीने से खाना पचाने में भी परेशानी होती है इस कारण कोलेस्ट्रोल का लेवल बढ़ने लगता है ज्यादा समय तक खड़े होकर पानी पीने से दिल की बीमारियों का खतरा भी बढ़ता है खड़े होकर पानी पीने से प्यास पूरी तरीके से नहीं बूझ पाती है इसी वजह से बार-बार प्यास का अनुभव भी होता है खड़े होकर पानी पीने से अल्सर की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है खड़े होकर पानी पीने से अपच का भी शिकार बन सकते हैं पानी सुबह सोकर उठने के बाद में हल्का गुनगुना पानी पीना चाहिए इससे बॉडी डिटॉक्स होती है साथ ही यह आपके बॉडी टेंपरेचर के अनुसार ही होता है क्योंकि सुबह उठने पर आपकी बॉडी का टेंपरेचर बढ़ा हुआ होता है.धन्यवाद।

टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें