जिगर का बढ़ना चुटकियों में ठीक करेंगे ये घरेलू नुस्खे

आज हम बात करेंगे जिगर के बढ़ने की समस्या का किस तरीके से घरेलू नुस्खों के माध्यम से इलाज करें और हम आपको बताएंगे कुछ रामबाण घरेलू नुस्खे जिनकी मदद से आप घर पर ही बढ़े हुए लीवर का आसानी से इलाज कर पाएंगे, जैसा कि हम सभी जानते हैं अपच  ,मंदाग्नि ,  कब्ज  और अजीर्ण आदि की वजह से जिगर में विकार आ जाता है, जिगर का कार्य  पाचन शक्ति को सुचारु रुप से चलाना है , इस विकार को जिगर का बढ़ना भी कहते हैं इस रोग में जिगर धीरे-धीरे बढ़ने लगता है, दिन में कई बार पतले पतले दस्त आते हैं भूख लगने बंद हो जाती है पेट दर्द, उल्टी, बुखार की शिकायत होने लगती है, इन सभी समस्याओं के लिए हम आपको बताएंगे बेहद कारगर घरेलू उपचार जिनकी मदद से आप जिगर के सभी रोगों से निश्चित तौर पर मुक्त हो जाएंगे तो आइए जानते हैं कि घरेलू नुस्खों के बारे में।


 जिगर के बढ़ने पर छोटी पिप्पली को घिसकर शहद के साथ दिन में तीन बार लेने से अवश्य लाभ होता है.

 खीरे के गोल टुकड़े काटकर उस पर पुदीने की पत्ती , नींबू का रस लगाएं और काला नमक डालकर खाने से जिगर के रोगों में आराम मिलता है.

 मेहंदी के पत्तों को कुचल कर रात में भिगो दें सुबह पानी निथारकर  कर उसे पिलाने से जिगर वृद्धि में लाभ होता है.

 एक चम्मच खाने वाला सोडा एक कप ताजा गोमूत्र में डालकर पिने से जिगर में वृद्धि और जिगर की गर्मी शांत होती है यह प्रयोग दिन में एक बार किया जा सकता है.

 राई को गोमूत्र में पीसकर पेट पर लेप करने से आराम मिलता है.

 बथुआ की जड़ और कालीमिर्च बराबर लेकर  बेर के बराबर गोलियां बनाकर एक गोली रोज शहद से खाने से जिगर के रोगों में फायदा होता है.

 25 ग्राम मूली के रस में थोड़ा सा जवाखार  डालकर पीने से जिगर का बढ़ना बंद हो जाता है.

 अलसी के बीज और अरंड के बीज  पीसकर लेप करें इससे जिगर आराम मिलता है.

 नीम की छाल का काढ़ा बनाकर सेहद में मिलकर  पीने से लाभ होता है.

 गोमूत्र को गुनगुना करके उसमें कपड़ा भिगोकर जिगर के स्थान पर  सेकने से बढ़े हुए जिगर में आराम मिलता है.

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

bhindi powder/bhindi powder online/असली भिंडी पाउडर/

पेशाब में चिपचिपा पानी निकलना हमेशा के लिए बंद करें